राजेश भंडारी
नीमच । 
 नवगठित नगर पालिका परिषद का पहला सम्मेलन भारी हंगामेदार रहा। सम्मेलन का आरंभ में कांग्रेस पार्षदों ने से जुड़ी समस्याएं जैसे पेयजल पाइप लाइन, सीवरेज लाइन, व खराब सड़कों का मुद्दा उठाया। इस बात पर कांग्रेस और भाजपा के पार्षद आमने-सामने हो गए। कांग्रेसी पार्षद व सीएमओ की बीच तीखी बहस हुई। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चोपड़ा ने बार-बार हंगामे को शांत करने का प्रयास किया लेकिन कोई असर नहीं निकला। भारी हंगामे के बीच एजेंडा में शामिल सभी प्रस्तावों को पढ़ा गया और भाजपा पार्षदों ने पास पास के रट लगा कर बहुमत के आधार पर सभी प्रस्ताव पारित कर दिया। मामले में कांग्रेस पार्षद योगेश प्रजापति, कविता मोनू लॉक्स, मनीषा ओम दीवान, सुमित्रा मुकेश पोरवाल, नसीम बानो, हरगोविंद दीवान, भारत सिंह अहीर आदि ने आरोप लगाया कि प्रस्ताव पर चर्चा और बहस किए बगैर ही भाजपा पार्षदों ने बहुमत का दुरुपयोग कर प्रस्ताव को पास कर दिया।

इधर नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चोपड़ा ने कहा कि जनहित से जुड़े हैं सभी प्रस्ताव परिषद में पारित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्षदों ने जो हंगामा किया वह परिषद की गरिमा के विपरीत था सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन पहले जिन विषयों को लेकर परिषद का सम्मेलन आयोजित किया गया था, उस पर चर्चा होना चाहिए न कि हंगामा करना था।
 

पत्नियों को गाइड करते दिखे पति=

नगर पालिका के प्रथम सम्मेलन में पार्षद पत्नियों को गाइड करते पतिदेव दिखाई दिए जो पार्षद प्रतिनिधि के रूप में बैठक में उपस्थित थे  बैठक में ओम दीवान, मुकेश पोरवाल, मोनू लोक्स बृजेश सक्सेना आदि अपनी पार्षद पत्नियों को सम्मेलन की कार्यवाही के दौरान गाइड करते दिखाई दिए।

प्रजापति ने दिखाये तेवर=

दूसरी बात चुनाव जीतकर आए कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद योगेश प्रजापति ने प्रथम सम्मेलन में ही अपने अनुभव को दर्शाते हुए परिषद की बैठक में रखे गए प्रस्ताव पर तीखे प्रश्न खड़े किए जिससे उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेश की अनदेखी कर मनमानी नहीं करने देंगे सम्मेलन में प्रजापति ने अपने तेवरों से कांग्रेस के रुख को स्पष्ट कर दिया।
 

सभा पतियों ने संभाला मोर्चा=

भाजपा की ओर से सभापति मनोहर मोटवानी व दारा सिंह ने अपना मोर्चा संभाला और कहा कि कांग्रेस पार्षदों द्वारा किए जा रहे हंगामे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सम्मेलन में बहुमत से ही निर्णय होंगे और उन्होंने शोरगुल के बीच सभी प्रस्ताव को बहुमत से पारित करने की बात कही।
 

दिखाइ अव्यवस्था=

सम्मेलन के दौरान नगर पालिका के अधिकारी व कर्मचारी कुर्सियों पर ऐसे बैठे थे जैसे वह कार्यक्रम में अतिथि बनकर आए हो सम्मेलन के दौरान पूरी तरह सेअ व्यवस्थाएं दिखाई दी परिषद सभाकक्ष में नगर पालिका में आने वाला हर व्यक्ति घुस रहा था कहीं कोई रोक-टोक नहीं थी जिसके कारण सम्मेलन हंगामे की भेंट चढ़ गया पत्रकारों के बैठने की व्यवस्था भी और अपर्याप्त दिखाई दी कुर्सियों पर पार्षद प्रतिनिधि वह्कर्मचारियों ने कब्जा कर रखा था। हो गया समाचार