हरियाणा के CM मनोहर लाल ने दावा किया है कि मेडिकल विद्यार्थियों की हड़ताल जल्द खत्म हो जाएगी। विद्यार्थियों के साथ बातचीत चल रही है, रविवार शाम तक समाधान होने की उम्मीद है। पॉलिसी के जरिये विद्यार्थियों को सरकारी नौकरी के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उनकी शंकाओं को दूर किया है। वरिष्ठ अधिकारियों की डॉक्टरों और मेडिकल विद्यार्थियों से दूसरे दौर की वार्ता होनी है।

शुक्रवार देर शाम विद्यार्थियों को पॉलिसी से संबंधित बहुत सी बातें समझा दी गई हैं। पॉलिसी का संबंध किसी डॉक्टर के परिवार या गरीब परिवार को तंग करने का नहीं है। जिसे अपनी मेडिकल शिक्षा पूरी कर सरकारी नौकरी में जाना है, उसे इससे कोई परेशानी नहीं है। जो नौकरी नहीं कर पा रहा, उसके लिए भी कोई दिक्कत नहीं है। कोई व्यक्ति सरकारी नौकरी की बजाय प्राइवेट नौकरी करने जाएगा, उसी पर यह पॉलिसी लागू होगी।

उन्होंने कहा कि 40 लाख रुपये के बॉन्ड में से 3.5 लाख रुपये विद्यार्थी की दी राशि में से कम हो जाएंगे। ब्याज भी उनसे नहीं लिया जा रहा है। डिग्री पूरी होने के बाद बैंक से जो पैसा लिया जाएगा, उनका लेनदेन बैंक के साथ ही होगा। प्राइवेट नौकरी करने वाला डॉक्टर यदि जल्दी पैसा लौटाना चाहे तो लौटा सकता है, उसके लिए अवधि का कोई बंधन नहीं है। सरकारी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे सरकारी सेवा को ही चुनें, इसके बॉन्ड पॉलिसी लागू की गई है।