नई दिल्ली । कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधकर आरोप लगाया कि उनके द्वारा की गई लगभग सभी नियुक्तियां और उनके फैसलों में संविधान व परिपाटी की धज्जियां उड़ाई जाती हैं। इसके साथ ही पार्टी ने दावा किया कि उनके फैसले विचार-विमर्श के बिना होते हैं।
कांग्रेस ने यह टिप्पणी उस दिन की है जब सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयुक्त (ईसी) के तौर पर अरुण गोयल की नियुक्ति में ‘‘जल्दबाजी को लेकर सवाल उठाया। कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि नए निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति में ‘‘बहुत तेजी दिखाई गई। इसमें कोई नई बात नहीं है। श्री मोदी के लगभग सभी फैसलों और उनके द्वारा की जाने वाली नियुक्तियों में परिपाटी और संविधान का उल्लंघन होता है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा सवाल करने के बीच केंद्र ने न्यायालय की टिप्पणियों का विरोध कर अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमानी ने इसका प्रतिवाद करते हुए कहा कि गोयल की नियुक्ति से जुड़े पूरे मामले पर विस्तारपूर्वक गौर किया जाना चाहिए। न्यायमूर्ति के एम जोसेफ की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने निर्वाचन आयुक्त के तौर पर गोयल की नियुक्ति से जुड़ी मूल फाइल पर गौर कर कहा ‘‘यह किस तरह का मूल्यांकन है? हम अरुण गोयल की योग्यता पर नहीं बल्कि प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं।’’