नमन जैन
ब्यूरो चीफ मनासा तहसील |

वर्तमान में पशुओं में विशेषकर गौवंश में लम्पी स्किन का संक्रमण फैल रहा है इस बिमारी से डरने की नहीं सावधानी बरतने की जरुरत है।

डॉ. पाटीदार ने बताया कि उक्त बिमारी गौवंश में मक्खी मच्छर के काटने से पाक्स वायरस के कारण फैलती है। यह रोग मनुष्यों या अन्य पशुओं में नहीं फैलता है। सोशल मिडिया पर फैलायी जा रही इस भ्रान्ति से बचने की जरुरत है. उक्त रोग से पशु मृत्यु भी न के बराबर होती है। डॉ. पाटीदार ने आगे जोड़ा कि विभाग से अभी तक 11220 टिके प्राप्त हुवे थे जो गोशालाओं तथा प्रभावित ग्रामों में प्राथमिकता से निशुल्क लगाए गए हैं। और टिका मिलने पर तीव्र गति से लगाए जाएगें। वरिष्ठ कार्यालय को मांग भेजी गई है।

 बीमारी के लक्षण दिखने पर पशु को पृथक रखे ताकि बिमारी और न फैले तथा उसको पानी बारी पृथक से खिलाएं, पशुओं को मक्खी, मच्छर के काटने से बचाने हेतु पशु शाला या स्थल पर घुआ करें या पशुओं के शरीर पर नीम का तेल लगाए ताकि मच्छरों के कोने से बचाव हो सके।

उक्त बिमारी के लक्षण आने पर यदि पशु चारा पानी ले रहा हैं तो चिन्ता न करें यदि चारा पानी छोड़ता है तो निकट के पशु चिकित्सा संस्था प्रभारी से सम्पर्क कर उपचार करवाएं। डॉ. पाटीदार ने पुनः स्पष्ट किया कि उक्त बिमारी मनुष्यों में नहीं फैलती है फिर भी कच्चे दूध का सेवन न करते हुवे गरम कर ही उपयोग में लाए किसी भी प्रकार की भ्रान्ति से बचे, सावधानी बरतें और बीमार पशु को पृथक रखें, मक्खी मच्छर से बचाएं और आवश्यकता होने पर निकटस्थ पशु चिकित्सा स्टाफ से उपचार करवाएँ।इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी पवन जी बारीया ने बताया की हमारी मनासा तहसील जो कि राजस्थान बॉर्डर के करीब में ही है एवं राजस्थान में संक्रमण का आउटब्रेक भी ज्यादा है इस कारण से पशुओं को गाड़ियों से बाहर लाना ले जाना प्रतिबंधित है एवं मनासा तहसील में 3 ब्लॉक आइसोलेशन बनाए जाएंगे एवं मनासा में इमलिया बाग स्थित काजी हाउस भाई सलूशन बनाया गया है एवं किसी भी प्रकार की भ्रान्ति से बचे और सोशल मीडिया पर चल रही बातों की विभागीय विशेषज्ञ से पुष्टि कर ले। आवश्यक सावधानी बरते संक्रमित पशु को पृथक रखे। कुकडेश्वर, रामपुरा में भी लावारिस पशुओं के लिए आइसोलेशन सेन्टर स्थापित किए जा रहे हैं। नीजी पशु मालिक अपने संक्रमित पशुओं को स्वस्थ्य पशुओं से पृथक करने हेतु होम आइसोलेशन सिद्धांत का पालन करें।