मास्को । विज्ञान आज इतना आगे है कि लोगों के डीएनए से उनके बारे में बहुत सारी जानकारी निकाली जा सकती है। दुनिया के बड़े-बड़े नेता नहीं चाहते कि उनका डीएनए सैंपल दुश्मन देशों के हाथ लगे। कुछ महीने पहले जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पुतिन से मुलाकात की थी तो उन्हें भी डीएनए सैंपल रूस के हाथ लगने का डर था। इस वजह से उन्होंने कोविड टेस्ट नहीं कराया, जिसके चलते दोनों नेताओं के बीच एक लंबी मेज देखने को मिली। रूस के राष्ट्रपति भी ड डीएनए सैंपल को लेकर बहुत सतर्क रहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि डीएनए से किसी के भी स्वास्थ्य का अनुमान लगाया जा सकता है। लेकिन पुतिन डीएनए के साथ कुछ भी ऐसा अपने दुश्मनों को नहीं देना चाहते जिससे उनके स्वास्थ्य की जानकारी हासिल की जा सके। इसी वजह से उनके बॉडीगार्ड विदेशी दौरे के समय पुतिन के पॉटी को भी इकट्ठा कर लेते हैं। बाद में उनके पॉटी को एक बक्से में सील करके वापस मास्को लाया जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन की सुरक्षा सेवा के सदस्य एक विशेष पैकेट के जरिए उनके पॉटी को इकट्ठा करते हैं। बाद में एक ब्रीफकेस में इसे रखा जाता है, जो इसी काम के लिए बनाया गया है।
जानकारी के मुता‎बिक पुतिन के पॉटी को इकट्ठा करना सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी जिम्मेदारी है। रूस पर दो किताबें लिखने वाले रेजिस जेंटे कहते हैं कि दो उदाहरण हैं, जिसमें पुतिन के पॉटी को सुरक्षा एजेंसियों ने इकट्ठा किया। पहला उदाहरण 2017 में फ्रांस की यात्रा और दूसरा उदाहरण 2019 में सऊदी अरब की यात्रा के दौरान देखने को मिला। एक थ्योरी के मुताबिक पुतिन जहां जाते हैं उनके साथ एक छोटा पोर्टेबल टॉयलेट रहता है, जिसमें उनका पॉटी इकट्ठा होता रहता है।
2019 में पेरिस में आयोजित यूक्रेन समिट के दौरान पुतिन को छह बॉडीगार्ड्स के साथ शौचालय जाते हुए देखा गया। इनमें से पांच की जिम्मेदारी उनके आसपास के सुरक्षा की थी, वहीं एक अन्य बॉडीगार्ड उनके शौचालय से निकलते ही अंदर चला गया। एक पूर्व पत्रकार ने बताया कि पुतिन सत्ता में आने के बाद से ही अपना टॉयलेट साथ रखते हैं। विएना में एक म्यूजियम में पहुंचे पुतिन को लेकर स्टाफ ने कहा कि वह अपने पोर्टेबल टॉयलेट के साथ आए थे।