भोपाल । प्रदेश में वाहन-4 पोर्टल एक अगस्त से शुरू हो गया है। इसके शुरू होने से वाहन खरीददार को तत्काल रजिस्ट्रेशन नंबर मिल जाता है। लेकिन रिजस्ट्रेशन कार्ड के लिए एक महीने तक इंतजार करना पड़ रहा है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट वाहन को देर से मिल रही है। परिवहन आयुक्त ने रजिस्ट्रेशन कार्ड को लेकर दिशा निर्देश दिए थे कि डीलरों के यहां से जल्द नंबर प्लेट तैयार कराकर रजिस्ट्रेशन तैयार कराए जाएं। यह दस से पंद्रह दिन में आ रही है। इस कारण रजिस्ट्रेशन प्रिट का काम प्रभावित हो गया है। रिजिस्ट्रेशन कार्ड के प्रिंट के लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का डेटा जरूरी है। वाहन पर प्लेट लगने के बाद आगे व पीछे के फोटो वाहन-4 पर अपलोड करने होते हैं तभी रजिस्ट्रेशन प्रिंट होंगे।
अक्टूबर में दशहरा व दीपावली का त्यौहार होने की वजह से वाहनों की बंपर ब्रिकी हुई है। प्रदेस में अक्टूबर में एक लाख 58 हजार 487 वाहन रजिस्टर्ड हो चुके हैं। नवंबर में एक लाख 39 हजार वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं। इन वाहन चालकों को तत्काल रजिस्ट्रेशन नंबर मिल गया लेकिन प्लेट में समय लग रहा है। ग्वालियर में नवंबर में चार हजार वाहन वाहनों का रिजस्ट्रेशन हुआ है। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में कार्ड प्रिंट के लिए पर्याप्त संख्या में खाली कार्ड रखे हैं।
नंबर प्लटे लगाने की जिम्मेदारी उत्पादन कंपनी की
परिवहन विभाग ने अप्रैल 2019 के बाद खरीदे गए वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की जिम्मेदारी वाहन उत्पादन कंपनी को दी है। नए वाहन की नंबर प्लेट तैयार कराने की जिम्मेदारी डीलर की है। डीलर मार्केट से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट तैयार कराकर सर्वर में फीड करना होता है। दिल्ली एनसीआर में बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के वाहन चलाने पर जुर्माना भरना पड़ता है। दूसरे राज्यों में भी यह व्यवस्था लागू है लेकिन मध्य प्रदेश में अप्रैल 2019 के पहले 50 लाख वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं है। इसलिए साधारण नंबर प्लेट को लेकर सख्ती नहीं है। वाहन डीलर रिजस्ट्रेशन की कार्रवाई करके मालिक सुपुर्द कर रहे हैं। जब गाड़ी सर्विस के लिए आती है तो तब नए वाहन में प्लेट लगाते हैं। इस वजह से लोगों की गाड़ी पर प्लेट भी देर से लग रही है।