नमन जैन 
मनासा ब्यूरो

मनासा के तथाकथित भूमाफियाओं ने पहले नागरिकों को दिखाया आधुनिक कॉलोनी का सपना, फिर बेचे 118 प्लॉट, जब कब्जा लेने पहुंचे लोग तो गिरगिट की तरह बदला रंग, अब एसडीएम कार्यालय पहुंची शिकायत,


मनासा   नगर में तथाकथित भूमाफियाओं ने रामपुरा रोड के पास हिंगड़ कालोनी के नाम से आधुनिक कालोनी का सपना दिखाते हुवे करीब एक हजार फीट के 118 प्लाट बेच दिए। अपनी गाड़ी कमाई से जमा हुवे पैसों से गरीब लोग खरीदे प्लाट का जब कब्जा लेने पहुंचे तो उक्त भूमाफियों ने उन गरीब लोगों के साथ प्लाट देने में आनाकानी करते हुवे एक हजार स्कवेयर फिट के प्लाट की जगह नो सो व आठ सो स्क्वायर फिट के प्लाट देने लगे बात करते हुवे दादागिरी पर उतारू हो गये? साथ ही इन भूमाफियाओं ने  कालोनी में बतलाये गए दस हजार फीट के बगीचे की भूमि व कालोनी के रास्तों पर कब्जा कर लिया है? इस सम्बंध में पीड़ित लोगों ने एसडीएम व नप के सीएमओ को दिए शिकायत पत्र में न्याय की माँग करते हुवे उक्त कालोनाइजरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। इस प्रकरण के सम्बंध में सम्पूर्ण जानकारी से पत्रकारों को प्रेसवार्ता में अवगत कराते हुव वार्ड क्र. दो के पार्षद प्रतिनिधि दिनेश राठौर ने बताया कि रामपुरा रोड पर अक्षत नगर के सामने सन 1994 में हिंगड़ कालोनी के नाम से चार व्यक्तियों, जिनमे दिनेश शंकरलाल राठौर नि.बूढ़ा हा. मु.मनासा, कंवरलाल मगनीराम रावत नि.ग्राम सारसी, कन्हैयालाल राधाकिशन मनासा ने कालोनी काटते हुवे नक्शे में जिसमे 15-15 फिट के 12 रास्ते दस हजार फीट का बगीचा बतलाते हुवे  लोगो को एक हजार स्कवेयर फीट के 118 प्लाट बेचते हुवे बताया गया कि कालोनी में बिजली,पानी, सड़क,नाली आदि सुविधाएं दी जाएगी। उस वक्त इन भूमाफियों ने लोगों द्वारा खरीदे गए भूखंडों की रजिस्ट्री व नगर परिषद में नामांतरण भी करवा कर दे दिए। प्लाट के खरीदारों ने जब वर्तमान में अपने प्लाट का कब्जा लेने के लिए जब इन भूमाफियों से कहा की हमारे प्लाट किस स्थान पर है हमे  वह जगह बतला दो जिस पर ये भूमाफिया कॉलोनाइजर प्लाट धारियों को प्लाट की जगह बताने में आनाकानी करते हुवे कहने लगे की आप को नो सो स्कवेयर फिट का ही प्लाट मिलेगा लेना है तो लो यह कह कर दादागिरी व अपनी राजनीतिक पहुच की धोस  देने लगे। पीड़ित लोगों ने बताया की उक्त कालोनी में हमे जो नक्शे में गार्डन व रोड बताए गए थे वे उस स्थान पर से गायब है। इस प्रकार से उक्त भूमाफियाओं द्वारा  वार्ड के गरीब लोगो के साथ अन्याय किया जा रहा है। साथ ही पार्षद प्रतिनिधि दिनेश राठौर ने बताया कि जब उक्त कालोनी अवैध है तो नप  के अधिकारी ने उस कालोनी के नामांतरण किस नियम के तहत कर दिए साथ ही पीएम आवास के प्रकरण कैसे उस अवैध कालोनी में मंजूर किये गए। इस सम्बंध में राठौर ने जांच की मांग भी की है। पार्षद प्रतिनिधि दिनेश राठौर ने बताया कि उक्त कॉलोनाइजर द्वारा पीड़ित प्लाट धारियों को उनके हक की जमीन (प्लाट) नहीं दिया गया तो पीड़ित लोगों को साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा।