जयपुर । आलाकमान के सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाये जाने के संकेत के बाद राजस्थान कांग्रेस में बगावत की आशंका है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार राजस्थान का अगला सीएम कौन होगा यह तय करने से पहले ही सीएम अशोक गहलोत खेमे के 90 से ज्यादा विधायकों ने अपने पद अपने पद से इस्तीफा देने की धमकी दी है। विधायक विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। इससे पहले खबर आ रही थी कि सभी विधायक जल्द ही कांग्रेस पार्टी द्वारा बुलाई गई विधायक दल की बैठक में शामिल हो सकते हैं। विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत कैंप के विधायकों ने शांति धारीवाल के घर पर मुलाकात की थी। इसके बैठक में भी 50 से ज्यादा विधायक शामिल हुए हैं। इस बैठक के बाद अशोक गहलोत खेमे के विधायकों  ने अपने ही खेमे से किसी को मुख्यमंत्री बनाने की बात की थी। इसे लेकर बकायदा एक प्रस्ताव भी पारित किया गया था।
अशोक गहलोत कैंप के विधायक खाचरियावास ने मीडिया से कहा कि हम सभी विधायक विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर अपने पद से इस्तीफा देंगे। इससे पहले राजस्थान में विधायक दल की बैठक से पहले अशोक गहलोत कैंप के करीब 56 विधायक शांति धारीवाल के घर पहुंचे थे। धारीवाल को अशोक गहलोत का करीबी बताया जाता है।
पार्टी विधायक दल की बैठक से पहले हो रही इस मुलाकात को बेहद खास माना जा रहा था। हालांकि, धारीवाल के घर हो रही बैठक का एजेंडा क्या था इसकी जानकारी अभी तक किसी को नहीं है। लेकिन अटकलें लगाई जा रही थीं कि यह बैठक अशोक गहलोत के सबसे वफादार नेता के नाम को सीएम पद के लिए आगे करने को लेकर हो रही है।
इन सब के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ये तो मीडिया ने उड़ा दिया शुरू से ही कि अशोक गहलोत राजस्थान का मुख्यमंत्री पद छोड़ना नहीं चाहते हैं, जबकि ये बात कभी मेरे दिमाग में नहीं रही, मैं तो 9 अगस्त को ही कह चुका हूं हाईकमान को कि अगला राजस्थान का चुनाव जीतना बहुत आवश्यक है कांग्रेस को।