जयपुर। राजस्थान के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम द्वारा जूली को लूला-लंगड़ा कहने पर सियासी बवाल मच गया है। जूली को पूर्व विधायक जयराम जाटव ने लूला-लंगड़ा बता दिया था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जूली समर्थकों ने मामले की निंदा करते हुए पूर्व विधायक से माफी मांगने की मांग की है। मामले के तूल पकड़ने पर पूर्व विधायक जयराम जाटव ने कहा कि मैंने नहीं कहा, गांव वालों ने कहा था।
  पूर्व विधायक जाटव उमरेण पंचायत समिति में गांव चंद बाग में बैठक में पहुंचे थे। इस दौरान ग्रामीणों के सामने भरी सभा में पूर्व विधायक ने मंत्री टीकाराम जूली को लेकर अशोभनीय शब्दों को प्रयोग किया। जाटव ने सफाई में कहा कि मीटिंग में वही बात दोहराई थी जो उमरैण गांव के लोगों ने वहां के प्रधान दौलत राम जाटव को कही थी। दरअसल श्मशान घाट के काम को लेकर उमरैण के ग्रामीण प्रधान दौलत राम जाटव के पास पहुंचे थे। तो प्रधान ने कहा कि काम हो जाएगा, एक बार बॉस (टीकाराम जूली) से कहलवा दो। इस पर ग्रामीणों ने कहा था कि लूले-लंगड़े कब से बॉस हो गए। पूर्व विधायक जयराम जाटव ने कहा कि मैंने ग्रामीणों की बात मीटिंग में दोहराई थी। मेरी भावना किसी को अपमानित करने की नहीं थी।