नरसिंहपुर ।   परमहंसी गंगा आश्रम में संतों की बैठक बुधवार शाम पांच बजे हो रही है। जिसमें शंकराचार्य स्वामी सदानन्द व अविमुक्तेश्वरानन्द के पट्टाभिषेक का मुहर्त तय हो रहा है। शारदा द्वारका व ज्योतिष बद्रिकाश्रम के नए शंकराचार्यो स्वामी सदानंद सरस्वती व अविमुक्तेश्र्वरानंद का पट्टाभिषेक श्रृंगेरी के शंकराचार्य विधुशेखर भारती उनकी पीठों में जाकर करेंगे। जो आगामी अक्टूबर माह के पहले पखवाड़े में होना तय माना जा रहा है। श्रृंगेरी में हुआ शंकराचार्य के रूप में अभिषेक परमहंसी गंगा आश्रम के स्वामी अचलानंद ने बताया कि बीते 24 सितंबर को दक्षिणाम्न्याय श्रृंगेरीपीठ के शंकराचार्य विधुशेखर भारती तीर्थ ने ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती के उत्तराधिकारी के रूप में दोनों दंडी स्वामियों का द्वारका व अविमुक्तेश्र्वरानंद का ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य के रूप में अभिषेक किया है। श्रृंगेरीपीठाधीश्र्वर ने उद्घोषित किया है कि दोनों नए शंकराचार्य के साथ मिलकर तीनों आम्नाय मठ एकजुटता से सनातन धर्म का कार्य करेंगे। इसके पूर्व स्वामी भारती तीर्थ ने 12 सितंबर को भी अपनी पीठ के प्रशासक वीआर गौरीशंकर को भेजकर ब्रह्मलीन शंकराचार्य की देह के समक्ष 12 सितंबर को निजी सचिव सुबुद्धानंद सरस्वती से दोनों दंडी स्वामियों का नए शंकराचार्य के रूप में अभिषेक करवाया था।

यह अधिकार उन्हें 15 वर्ष पहले सौंप दिया था दायित्व-

आश्रम से जुड़े ब्रह्मचारी स्वामी अचलानंद ने बताया कि वर्ष 2007 ई. में ही बेंगलूरु में वेदांत भारती संस्था द्वारा आयोजित चतुष्पीठ सम्मेलन में ही ब्रह्मलीन जगद्गुरु शंकराचार्य ने इन दोनों को अपने उत्तराधिकारी के रूप में श्रृंगेरीपीठाधीश्र्वर के समक्ष प्रस्तुत कर दिया था। उसी समय यह भी बता दिया था कि उनके ब्रह्मलीन हो जाने के पश्चात् आप (विधुशेखर भारती) इन दोनों के लिए अभिषिक्त हो जाने के बाद के सभी आवश्यक धार्मिक कार्य संपन्न कराएंगे। अभिषेक के दौरान नवनियुक्त शंकराचार्यो को रजत कमंडलु भी भेंट किया गया। इस दौरान ब्रह्मचारी ध्यानानंद, ज्योतिर्मयानंद ब्रह्मचारी, ब्रह्मचारी उद्धवस्वरूप, ज्योतिषपीठ आचार्य रविशंकर दि्ववेदी, आचार्य राजेंद्र द्विवेदी, भारत धर्म महामंडल के आचार्य पं परमेश्र्वर दत्त शुक्ल व काशी विद्वत परिषद् के आचार्य पं कमलाकांत त्रिपाठी, छग से पं प्रकाश उपाध्याय आदि मौजूद रहे। आज तय हो रही पट्टाभिषेक की तिथि स्वामी अचलानंद के अनुसार श्रृंगेरी में दोनों नवनियुक्त शंकराचार्यो के अभिषेक के बाद आगामी 14 अक्टूबर तक द्वारका व ज्योतिषपीठ में पट्टाभिषेक की प्रक्रिया होना है। इसके लिए बुधवार को परमहंसी गंगा आश्रम में संतों, संन्यासियों, काशी विद्वैत परिषद के आचार्यों की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है, जिसमें शुभ मुहूर्त देखकर तिथि घोषित की जाएगी।